चौकाने वाली बात यह है कि, नसीम बानो लोकप्रिय अभिनेत्री सायरा बानो की मां और फेमस एक्टर दिलीप कुमार की सास थीं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म खून का खून से की थी। आपको बता दें, एक बार नसीम स्कूल की छुट्टियों में अपनी मां के साथ फिल्म सिल्वर किंग की शूटिंग देखने गईं थीं। जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वह भी एक एक्ट्रेस बनेंगी। नसीम की सुंदरता को देखकर उन्हें फिल्मों में काम करने के कई ऑफर भी मिले, लेकिन उनकी मां ने उन्हें बच्ची कहकर इन प्रस्तावों का ठुकारा दिया था।
काफी ज़िद्दी थीं नसीम
इसी दौरान फिल्म मेकर सोहराब मोदी ने अपनी फिल्म खून का खून के लिए नसीम को लीड रोल के लिए ऑफर दिया। इस बार भी नसीम की मां ने इंकार कर दिया लेकिन इस बार नसीम अपनी जिद्द पर अड़ गईं। नसीम इतननि ज़िद्दी थीं की अपनी बात मनवाने के लिए भूख हड़ताल भी कर दी। आखिरकार उन्होंने फिल्म में काम करना शुरू कर दिया।
फिल्म
खून का खून की कामयाबी के बाद नसीम बानो का चेरा और उनकी अदाकारी पूरे देश
में छा गई। सभी फिल्म मेकर्स नसीम को अपनी फिल्म में काम करने की गुजारिश
करने लगे। इन सब बातों को देखते हुए नसीम बानो ने अपने स्कूल की पढाई को भी
अलविदा कह दिया। इसके बाद तो नसीम बानो ने सोहराब मोदी के साथ कई फिल्में
कीं। जिनमें तलाक, मीठा जहर, बसंती जैसी फिल्में शामिल थीं। लकिन उनको अलसी
पहचान फिल्म पुकार में नूर जहां का किरदार निभाकर मिली।
85 साल की उम्र में निधन
इसके
बाद, नसीम बानो ने मियां अहसान-उल हक से शादी कर ली। बंटवारे के समय दोनों
पाकिस्तान चले गए। लेकिन नसीम बानो अपने दो बच्चों को लेकर पकिस्तान से
भारत वापस चली आईं। 60 के दशक में रलीज़ हुई फिल्म ‘अजीब लडक़ी’ नसीम बानो के
सिने करियर की आखरी फिल्म थी। उनके संन्यास लेने की असल वजह यह थी कि उस
समय उनकी बेटी सायरा बानो भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए
स्ट्रगल कर रही थीं। नसीम अपनी बेटी से तुलना नहीं करना चाहती थीं इसलिए
उन्होंने फैसला लिए कि वह अब फिल्मों में काम नहीं करेंगी। उसके बाद नसीम
ने बतौर फैशन डिजाइनर काम शुरू किया और अपनी बेटी की कई फिल्मों के लिए
उन्होंने ड्रैसेज भी डिजाइन कीं। इसे बाद 18 जून 2002 को एक दुखद खबर आई
कि, 85 साल की उम्र में नसीम ने अंतिम सांस ली और दुनिया से विदा लेली।
For More Entertainment: https://youtu.be/UqY7qP4_9ow
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