FILM REVIEW: 26\11 जैसी है ‘स्टेट ऑफ सीज- टेंपल अटैक’ की कहानी, अच्छी और बुरी दोनों ही बाते हैं शामिल

ज़ी 5 के OTT प्लेटफार्म पर हालही में रिलीज़ की गई फ़िल्म ‘स्टेट ऑफ सीज- टेंपल अटैक’ की कहानी बहुत ही सिंपल सी है। ये कहानी उसी तरह दर्शाई गयी है जैसे 26\11 अटैक की कहानी को पेश किया गया था। आपको बता दें, ‘स्टेट ऑफ सीज- टेंपल अटैक’ 2002 में गुजरात के स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर अटैक पर आधारित है। उस हमले में 30 लोगों की जानें गईं थीं वहीं, 80 से भी ज़्यादा लोग घायल हो गए थे।


इस फिल्म अक्षय खन्ना एक एक्सपेरेंसेड NSG कमांडों हनुत सिंह का रोल निभाते हुए नज़र आएंगे। आपको बता दें, ये इस फिल्म में अक्षय खन्ना अपना OTT डेब्यू करने जा रहे हैं। इस फिल्म में अक्षय के किरदार की एक खासियत है कि उन्हें जो भी काम करने को दिया जाता है, वो उसे उम्मीद से और बेहतर करने की कोशिश करते हैं। मानो इस फिल्म में वो लीड रोल हीरो ही हैं। कई जगहों पर ऐसा भी लगता है कि इस फिल्म की कहानी से ज़्यादा उनकी ज़िन्दगी की स्टोरी पर प्रभाव डाला गया है।]


वैसे अच्छा-बुरा कुछ नहीं होता। किसे क्या अच्छा लगा, सारा खेल बस इसी नज़रिए का है। ‘स्टेट ऑफ सीज- टेंपल अटैक’ एक साधारण फिल्म की तरह जी है। अब इसको खासियत भी समझ सकते हैं और दिक्कत भी। पहले अच्छी बातें जान लेते हैं.... ये फिल्म किसी भी सीन को ओवर-ड्रमैटाइज़ नहीं करती। ना ही बिल्कुल रियल रखती है। बस दर्शकों को भरोसा दिलाने के लिए एक बीच का रास्ता पकड़ा है। इसके अलावा पूरी फिल्म में इस पूरी फिल्म को अक्षय खन्ना  की एक्टिंग ज़बरदस्त है। बेस्ट चीज़ ये कि सालों बाद मेकर्स उन पर इतना भरोसा भी दिखाया।  

फिल्म के कुछ नेगेटिव पॉइंट्स की बात की जाए तो, ‘स्टेट ऑफ सीज- टेंपल अटैक’ हर वो चीज़ करती है, जो आपने पहले कई देशभक्ति या देसी वॉर फिल्म में देखी होगी। इस फिल्म में पाकिस्तान से आए कुछ आतंकवादियों को पंजाबी भाषा में बात करते हुए भी दिखाया गया है। जो गलत और टूटी-फूटी पंजाबी बोल रहे हैं। इस बात से हम वाकिफ हैं कि फिल्म असल घटना से प्रेरित है। लेकिन इसमें कोई ऐसी बात नहीं दिखाई गई है। ऊपर से क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर इस फिल्म की पूरी कहानी को असल से ज़्यादा फिक्शनल बना दिया गया है। 




इन सब के बाद conclusion ये निकलता है कि, ‘स्टेट ऑफ सीज- टेंपल अटैक’ एक नार्मल फिल्म है। इसमें ऐसी कोई चीज़ है, जो आपने पहले किसी और फिल्म में न देखी हो। हां, अगर अक्षय खन्ना को काफी टाइम से मिस कर रहे हैं, तो इस फिल्म वन टाइम वॉच है के लिए ठीक है।



Comments